माँ कहती है, आज अगर तुम होते तो 27 के होते,
और तुम्हारे जन्मदिन पर, आज शाम को खूब मस्ती करते.
पर! आज सुबह मैंने दीवार से तुम्हारी तस्वीर उतर कर,
उस पर फूलों की माला चढ़ाई, और माँ ने तिलक लगाया,
आज घर में खीर और सब्जी-पुड़ी बनी है,
माँ जानती है, तुम्हें क्या पसंद है...
Happy B'day Bhai...God bless u!
ज़िंदा होने का प्रमाण है बेचैनी, विचारों में उथल-पुथल की ज़िम्मेदार है बेचैनी, जीवन को गति देने का काम करती है बेचैनी, परिवर्तन को हवा देती है बेचैनी...
बुधवार, 30 जून 2010
सोमवार, 21 जून 2010
सोमवार, 7 जून 2010
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