सभी पाठकजनों को सूचित किया जाता है कि अब हम RJ (रेडिओ जौकी) नहीं हैं, कहने का मतलब है कि रेडियो पर बोलने का काम छोड़ दिया है. इसलिए ब्लॉग का शीर्षक भी बदल दिया है. अतः जो शीर्षक आपको दिखाई दे रहा है वो एकदम सत्य है, आपका दृष्टि भरम नहीं. व्यर्थ में किसी आँखों के चिकित्सक के पास जाकर उसकी कमाई में योगदान न दें.
धन्यवाद
चक्रेश सूर्या
फिलहाल अभी स्वतन्त्र लेखक, स्क्रिप्ट राइटर, कॉपी राइटर, क्रीएटिव राइटर और कॉन्सेप्ट विसुअलाइज़र हैं.
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