देवियों और सज्जनों,
(जो जन इस पैराग्राफ को नहीं पढना चाहते, वे अंतिम वाला पढ़ें.)
"बेचैनी" को सराहने के लिये धन्यवाद, आप सभी ने इसके ज़रिये मेरे विचारों को पसंद किया इसके लिये भी मैं आपका आभारी हूँ. किन्तु "बेचैनी" का जो पता है वो मुझे काफी दूर पड़ जाता है इस वजह से मैं "बेचैनी" को स्थानांतरित करके अपने और समीप लेकर जा रहा हूँ जिसका नया पता होगा chakreshsurya.blogspot.com जी हाँ, एकदम मेरी नाम वाली तख्ती से सटकर. ताकि मैं जब भी हाथ बढ़ाऊं, कम से कम अपने घर के दरवाज़े तक तो पहुँच सकूँ. इस तरह से मैं नियमित रूप से इस चिट्ठे को संवारता रहूँगा. अतः आप सबसे अनुरोध है कि आप इस नए पते को सहेज लें और समय मिलने पर अवश्य पधारें.
"ये दुकान यहाँ से उठकर नए नाम से आगे चली गयी है, नया नाम है "chakreshsurya.blogspot.com"
(जो जन इस पैराग्राफ को नहीं पढना चाहते, वे अंतिम वाला पढ़ें.)
"बेचैनी" को सराहने के लिये धन्यवाद, आप सभी ने इसके ज़रिये मेरे विचारों को पसंद किया इसके लिये भी मैं आपका आभारी हूँ. किन्तु "बेचैनी" का जो पता है वो मुझे काफी दूर पड़ जाता है इस वजह से मैं "बेचैनी" को स्थानांतरित करके अपने और समीप लेकर जा रहा हूँ जिसका नया पता होगा chakreshsurya.blogspot.com जी हाँ, एकदम मेरी नाम वाली तख्ती से सटकर. ताकि मैं जब भी हाथ बढ़ाऊं, कम से कम अपने घर के दरवाज़े तक तो पहुँच सकूँ. इस तरह से मैं नियमित रूप से इस चिट्ठे को संवारता रहूँगा. अतः आप सबसे अनुरोध है कि आप इस नए पते को सहेज लें और समय मिलने पर अवश्य पधारें.
"ये दुकान यहाँ से उठकर नए नाम से आगे चली गयी है, नया नाम है "chakreshsurya.blogspot.com"
1 टिप्पणी:
Badhia Hai.. Pasand Aaya Bade Bhai...
RamK
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