ज़िंदा होने का प्रमाण है बेचैनी, विचारों में उथल-पुथल की ज़िम्मेदार है बेचैनी, जीवन को गति देने का काम करती है बेचैनी, परिवर्तन को हवा देती है बेचैनी...
वाह! बहुत उम्दा भाव!ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलेंप्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.-समीर लाल ’समीर’
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वाह! बहुत उम्दा भाव!
ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
-समीर लाल ’समीर’
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