हमारे सपनों को चुनौती देने का किसी को कोई हक़ नहीं है, अगर कोई ऐसा करता है तो शायद वो ख़ुद ज़िन्दगी से हारा हुआ है.
ज़िंदा होने का प्रमाण है बेचैनी, विचारों में उथल-पुथल की ज़िम्मेदार है बेचैनी, जीवन को गति देने का काम करती है बेचैनी, परिवर्तन को हवा देती है बेचैनी...
गुरुवार, 15 मई 2014
मंगलवार, 13 मई 2014
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